छत्तीसगढ़ में ED का छापा, IAS अफसरों, कारोबारियों और नेताओं के ठिकानों पर दबिश, महासमुंद में 6 स्थानों पर छापा, पढ़े पूरी खबर..
दुर्ग, भिलाई, रायपुर, रायगढ़ और महासमुंद में ईडी ने एक साथ दर्जनभर ठिकानों में दी दबिश
छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय ED ने एक बार फिर बड़ी कार्रवाई की है, ईडी की टीम ने आज मंगलवार को छत्तीसगढ़ में आईएएस अफसरों नेताओं और कारोबारियों के ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की है। दुर्ग, भिलाई, रायपुर, रायगढ़ और महासमुंद में ईडी ने दबिश दी है। जिनके यहां ईडी ने दबिश दी है उनमें रायपुर देवेंद्र नगर निवासी सीए विजय मालू, कोयला कारोबारी सूर्यकांत तिवारी, महासमुंद में रहने वाले उनके ससुर पूर्व विधायक अग्नि चंद्राकर, रायगढ़ कलेक्टर रानू साहू, माइनिंग हेड आईएएस जेपी मौर्य, बताया जा रहा है की जेपी मौर्य रानू साहू के पति है। समीर विश्नोई, सूर्यकांत तिवारी से संबंध रखने वाले कारोबारी बादल मक्कड़, सनी लुनिया, अजय नायडू, सूर्यकांत के चाचा लक्ष्मीकांत तिवारी, रायगढ़ निवासी नवनीत तिवारी के यहां ईडी ने छापामार कार्रवाई की है। आपको बता दें कि, सोमवार से ही प्रदेश में ईडी के पहुंचने की चर्चा जोरों पर थी।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सोमवार की रात ईडी की पूरी टीम महासमुंद के सिरपुर स्थित एक रिसोर्ट में रुकी हुई थी, जहां से देर रात टीम एक साथ छापेमारी करने के लिए निकली और रास्ते में टीम दो हिस्सों में बंट गई। एक हिस्सा रायपुर की ओर निकला तो दूसरा महासमुंद के कारोबारियों के घर दबिश देने पहुंच गई। यहां यह बताना लाजमी है कि, जुलाई में इनकम टैक्स विभाग की टीम ने कोयला कारोबारी सूर्यकांत तिवारी सहित कुछ अफसरों के यहां भी छापा मारा था। छापे के बाद आयकर की टीम ने बड़ी वित्तीय गड़बड़ी का खुलासा किया था। इस छापे में मनी लॉन्ड्रिंग की बात निकल कर सामने आ रही थी। जिसके बाद इस पूरे मामले में ईडी की एंट्री हुई। आईटी छापे के बाद कारोबारी सूर्यकांत तिवारी ने एक वीडियो जारी कर कहा था कि, आयकर के अफसर उनके ऊपर राज्य सरकार को गिराने का दबाव डाल रहे थे। अपने बयान में उन्होंने कहा था कि, आईटी के अफसरों ने उनके साथ मारपीट भी की और उन्हें छत्तीसगढ़ का एकनाथ शिंदे बनाना चाह रहे थे। सूर्यकांत तिवारी के जारी इस बयान के कुछ महीने बाद एक बार फिर उसके और उनसे संबंध रखने वाले कारोबारी और नेताओं के घर ईडी की दबिश कई गहरे सवालों को खड़ा कर रही है। फिलहाल ईडी की जांच जारी है, मामले में कोई भी अफसर या कोई भी नेता कुछ भी नहीं कहना चाह रहे है। बहरहाल ईडी के इस दबिश से राजनीति के गलियारे में एक बार फिर खलबली और चर्चा का माहौल बना हुआ है।