कांग्रेस में महासमुंद की लगाम थामकर किस नेता की होगी नैया पार?
शहर का छोरा पीटे ढिंढोरा…बिल्ली रास्ता काट जाएगी? या फिर हाथी बाजार से गुजर जाएगा?
मनोहर सिंह राजपूत(एडिटर इन चीफ)
महासमुंद। जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव का त्यौहार-महोत्सव का समय नजदीक आते जा रहा है। वैसे-वैसे महासमुंद में चुनावी फीवर का वायरल भी तेजी से फैलता जा रहा है। और राजनीति से जुड़े लोगों के साथ-साथ आमजन भी अब इस वायरल के चपेट में आते जा रहे हैं। और हर किसी के ड्राइंग रूम, मार्केट, काउंटर, टेबल, ठेले से लेकर गलियों, चौक चौराहो तक बस एक ही चर्चा और एक ही विषय है कि, महासमुंद विधानसभा क्षेत्र इस बार कांग्रेस के किस नेता के पाले में जाएगा? क्या महासमुंद विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस नेताओं का समीकरण बिगाड़ने के लिए बिल्ली रास्ता काट जाएगी? या फिर लोगों की परवाह किए बिना ही हाथी बाजार से गुजर जाएगा?…कुछ जुबाने जहां कांग्रेस के मौजूदा नेतृत्व के पक्ष में खड़ी होती है। तो कुछ विचार बदले-बदले नजर आ रहे हैं। पर इन सब से भी ज्यादा बड़ा सवाल जो है, वह यह है कि, आखिर वह कौन सा चेहरा होगा जो आगामी 5 साल के लिए महासमुंद विधानसभा क्षेत्र की लगाम को थामकर महासमुंद क्षेत्र में कांग्रेस का नेतृत्व करेगा? अब आपको क्या बताएं साहब की महासमुंद की राजनीति के सामने दिल्ली की भी राजनीति फेल है। हमारे यहां तो राजनीति, न करने वाली जगह पर भी राजनीति हो जाती है। ऐसे महासमुंद विधानसभा क्षेत्र ने कभी भी किसी ऐसे ऐरे गैरे नत्थू खैरे को अपना नेतृत्व नहीं सौंपा। हमारे यहां दल का नहीं बल्कि दिल का रिश्ता रखने वालों की भी कमी नहीं। तभी तो पूरे छत्तीसगढ़ में महासमुंद विधानसभा चुनावी दृष्टिकोण से अपना एक अहम छाप छोड़ती है।
बहरहाल अब तक के लिए बस इतना ही। चुनावी खबरों में शहर का यह छोरा, आगे भी पिटता रहेगा ढिंढोरा…. नमस्कार।