पुरातात्विक नगरी सिरपुर में सम्राट अशोक क्लब द्वारा मनाई गई राष्ट्रमाता सावित्रीबाई फुले की जयंती, पुलिस अधीक्षक बिलासपुर संतोष सिंह ने शिक्षा के क्षेत्र में देश के प्रथम महिला शिक्षिका सवित्री बाई फूले के योगदान व जनमानस में शिक्षा की आवश्यकता पर दिया जोर
महासमुंद। सम्राट अशोक क्लब के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर दीनानाथ मौर्य ने महिलाओं को शिक्षा के क्षेत्र मे आगे आकर हिस्सा लेने को कहा व नेपाल से आए डॉक्टर केशव मान शाक्य ने भारत व नेपाल के रिश्ते मे कड़ी के रुप मे तथागत बुद्ध के उपदेशो को इंगित किया और सिरपुर को प्रमुख स्थल बताया
छत्तीसगढ़ के हृदय स्थल सिरपुर में महानदी के तट पर राष्ट्रसमर्पित संगठन सम्राट अशोक क्लब द्वारा राष्ट्रमाता सावित्रीबाई फुले की जयंती मनाई गई जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में सम्राट अशोक क्लब के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर दीनानाथ मौर्य ने महिलाओं व शिक्षा के क्षेत्र मे आगे आकर हिस्सा लेने को कहा, और एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉक्टर केशव मान शाक्य जो नेपाल से आये थे उन्होने भारत व नेपाल के रिस्ते मे कड़ी के रुप मे तथागत बुद्ध के उपदेशो को इंगित किया , डॉक्टर वीर बहादुर महतो जो नेपाल से आये थे उन्होने अशोक महान को दुनिया के वर्तमान समय के 13 देशो का राजा बताया एवं गरिमामयी उपस्थित के रूप में माननीय संतोष कुमार सिंह आईपीएस, पुलिस अधीक्षक बिलासपुर द्घारा राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को फहराकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया एवं शिक्षा के क्षेत्र मे सवित्री बाई फूले के योगदान व जनमानस मे शिक्षा की आवश्यकता को परिभाषित किया।
जिसमें छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों रायगढ़,बलोदा बाजार, रायपुर, भिलाई, दुर्ग, अंबिकापुर,पेंड्रा मरवाही, चंपा, जांजगीर, बलोदा बाजारभाटापारा,बालोद से छत्तीसगढ़ के विभिन्न हिस्सो से लोग आए और एक झांकी निकाली गयी जिसमे भारत का राष्ट्रीय प्रतिक चिन्ह सम्राट अशोक महान का राज चिन्ह जनमानस के लोग अपने सिर पर धारण करके चल रहे थे। विश्व शांति और शिक्षा के परिपेक्ष में इस कांफ्रेंस के माध्यम से विद्धानों, इतिहासकारो ने शिक्षा व विश्वशांति का संदेश दिया। जिसकी अध्यक्षता सम्राट अशोक क्लब के प्रदेश अध्यक्ष जीवनदीप सिंह के द्वारा किया गया उन्होंने बुद्ध के सिरपुर आने की प्रमाणिकता सिद्ध किया। जिसमे प्रदेश महासचिव राजेश्वर सिह, प्रदेश कोषाध्यक्ष रामउग्रह मौर्य, छोटेलाल कुशवाहा, जमुना मेहता, डा० अरुन्जय, दिनेश, ऋषिकेश, बृजकिशेार मेहता इत्यादि उपस्थित थे।