
ईडी की टीम ने आज छत्तीसगढ़ के शराब घोटाले के सिलसिले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भिलाई स्थित आवास पर छापा मारा। इस कार्रवाई के दौरान चैतन्य बघेल को हिरासत में लिया गया और उन्हें रायपुर की विशेष अदालत में पेश किया गया। विशेष न्यायाधीश डमरूधर चौहान की अदालत में उनकी रिमांड पर लेने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।

ईडी की टीम ने आज छत्तीसगढ़ के शराब घोटाले के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भिलाई स्थित आवास पर छापा मारा। इस कार्रवाई के दौरान चैतन्य बघेल को हिरासत में लिया गया और उन्हें रायपुर की विशेष अदालत में पेश किया गया। चैतन्य बघेल को विशेष न्यायाधीश डमरूधर चौहान के समक्ष प्रस्तुत किया गया है। इस बीच, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत और सभी कांग्रेस विधायक न्यायालय में उपस्थित हो गए हैं।
नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत ने ED की रेड कार्रवाई पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि तमनार में अनैतिक और असंवैधानिक गतिविधियों के खिलाफ स्थगन लाया गया है, विशेष रूप से अडानी को पेड़ काटने की अनुमति देने के कारण। महंत ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार अडानी का समर्थन कर रही है और इस कार्रवाई का उद्देश्य विपक्ष में डर पैदा करना है। उन्होंने यह भी कहा कि यह स्पष्ट है कि भारत में लोकतंत्र की स्थिति ठीक नहीं है, जिसके चलते विपक्ष ने सदन की कार्यवाही का विरोध किया है। महंत ने एकजुटता से यह संदेश दिया कि विपक्ष किसी भी दबाव में नहीं आएगा और न्यायालय पर उनका विश्वास है। पूरा विपक्ष भूपेश बघेल और उनके परिवार के साथ खड़ा है।

बेटे चैतन्य बघेल को हिरासत में लेने पर भूपेश बघेल ने कहा कि अडानी के खिलाफ बोलने वालों पर कार्रवाई होती है. विपक्ष को दबाने के लिए रणनीति अपनाई गई है. आज हमने इस कार्रवाई का बहिष्कार किया है. कवासी, देवेंद्र यादव के बाद आज मेरे बेटे को टारगेट किए हैं. हम ना डरेंगे, ना दबेंगे, ना झुकेंगे और ना टूटेंगे.
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने आज सुबह 6 बजे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भिलाई स्थित निवास में छापा मारा. शराब घोटाला मामले में 8 अधिकारियों की टीम दबिश देने 2 गाड़ियों में पहुंची. खबर फैलते ही उनके समर्थकों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भीड़ जुटना शुरू हो गई.