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श्री गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं शहीदी शताब्दी को समर्पित राज्य स्तरीय निबंध प्रतियोगिता का आयोजन, छत्तीसगढ़ राज्य अल्पसंख्यक आयोग द्वारा आयोजित 19 नवंबर को सेजस महासमुंद में प्रतियोगिता संपन्न होगी

छत्तीसगढ़ राज्य अल्पसंख्यक आयोग द्वारा “हिंद की चादर श्री गुरु तेग बहादुर जी” की 350वीं शहीदी शताब्दी को समर्पित प्रदेश स्तर पर जिला स्तरीय अंतरविद्यालयीन निबंध प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है, प्रतियोगिता का उद्देश्य विद्यार्थियों में श्री गुरु तेग बहादुर जी के जीवन, त्याग, बलिदान एवं मानवता के उच्च आदर्शों के प्रति जानकारी देना है, यह प्रतियोगिता प्रदेश के सभी 33 जिलों में आयोजित होगी, जिसमें कक्षा 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थी भाग ले सकेंगे, निबंध प्रतियोगिता का विषय “हिंद की चादर : श्री गुरु तेग बहादुर” है जिसमें प्रतिभागियों को निबंध न्यूनतम 350 शब्द तथा अधिकतम 500 शब्द में लिखना होगा। प्रत्येक जिले में विद्यालय स्तर पर प्रतियोगिता जिसमें सभी पंजीकृत विद्यालयों के विद्यार्थी भाग ले सकेंगे, राज्य अल्पसंख्यक आयोग द्वारा जिला स्तर पर पुरस्कार प्रथम पुरस्कार 5100/-द्वितीय पुरस्कार 3100/, तृतीय पुरस्कार 2100/- साथ ही सभी प्रतिभागियों को राज्य अल्पसंख्यक आयोग, छत्तीसगढ़ शासन द्वारा सम्मान पत्र प्रदान किया जाएगा। विजेताओं को पुरस्कार राशि के साथ सम्मान पत्र एवं मेडल भी दिए जाएंगे
प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को श्री गुरु तेग बहादुर जी के जीवन और शहादत पर आधारित प्रेरणादायी पुस्तक निःशुल्क निबंध प्रतियोगिता से एक सप्ताह पूर्व उपलब्ध कराई जा रही है, ताकि विद्यार्थी उनके जीवन मूल्यों को पढ़कर निबंध लेखन में भाग ले सकें।श्री गुरु तेग बहादुर जी सिखों के नवें गुरु थे, जिन्हें पूरे विश्व में “हिंद की चादर” के रूप में याद किया जाता है उन्होंने कश्मीरी पंडितों की गुहार पर धर्म, आस्था और मानवीय स्वतंत्रता की रक्षा हेतु औरंगजेब के अत्याचार के विरुद्ध अद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत किया।
धर्म की रक्षा की खातिर उन्होंने दिल्ली के चांदनी चौक में अपना शीश अर्पित कर अमर बलिदान दिया।उनके तीन प्रमुख शिष्य — भाई मति दास, भाई सती दास और भाई दयाला जी ने भी गुरु की आज्ञा और सत्य के मार्ग पर चलते हुए भीषण यातनाएँ सहकर वीरगति प्राप्त कीं।
उनका यह बलिदान न केवल सिख इतिहास बल्कि संपूर्ण मानवता के इतिहास का स्वर्णिम अध्याय है।
राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अमरजीत सिंह छाबड़ा ने कहा कि “श्री गुरु तेग बहादुर जी ने अपने अद्वितीय बलिदान से सम्पूर्ण मानवता को यह संदेश दिया कि सत्य, धर्म और न्याय की रक्षा हेतु अपना जीवन न्योछावर कर देना भी गौरव की बात है। इस निबंध प्रतियोगिता के माध्यम से हम राज्य के विद्यार्थियों को उनके आदर्शों से परिचित कराने का प्रयास कर रहे हैं।”
आयोग का यह प्रयास नई पीढ़ी में धार्मिक सहिष्णुता, सामाजिक एकता और मानवीय मूल्यों की भावना को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
महासमुंद द्वारा आयोजित बच्चे भाग ले रहे है इस हेतु जिले की टीम का भी गठन किया गया है जो जिले में निबंध प्रतियोगिता हेतु स्कूलों में संपर्क कर प्रतिभागियों की लिस्ट को अंतिम रूप प्रदान कर रही है ।

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