कांग्रेस में टिकट की उल्टी गिनती शुरू, चारों विधानसभा में किसका सितारा होगा बुलंद
शहर का छोरा पीटे ढिंढोरा…दावेदारों के दिल की धड़कने हुई तेज, जोर आजमाइश में दिल्ली से लेकर राजधानी तक दौड़...
मनोहर सिंह राजपूत(एडिटर इन चीफ)
महासमुंद। जिले के चारों विधानसभा में भाजपा की टिकट घोषित होने के बाद अब चुनावी युद्ध में कांग्रेस की ओर से युद्धवीर कौन होगा? इस पर निगाहें जम गई है। और जैसे सूत्रों से खबर मिल रही है उस हिसाब से तो कांग्रेस की टिकट अब चंद कदमों के फसलों पर रह गई है। जिससे दावेदारों के साथ-साथ उनके समर्थकों में धुक-धुकी भी बढ़ गई है। और हर कोई लगभग सांस थामें प्रत्याशी घोषणा की प्रतीक्षा में है।
प्रत्याशी बनने के लिए दावेदार फिल्म के क्लाइमेक्स की तरह अपना पूरा हुनर, पूरी रणनीति कौशल, पूरी बल, पूरी मैजिक को झोंक दिया है। वही उनके समर्थक भी अपने-अपने नेताओं के पक्ष में दावे प्रतिदावे के साथ पेटियों के भाव में ताव करने लग पड़े हैं।
महासमुंद जिले के चारों विधानसभा में एक ओर जहां कांग्रेस ने अपने खुद के वर्चस्व को जमा रखा है, और जमा जमाया साम्राज्य स्थापित है। उस पर सेंध लगने से बचने के लिए पूरी तरह से किलेबंदी की जा रही है। तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के कुछ सीटों पर में एक नये सूर्योदय होने की तैयारी भी चल रही है। दोनों ही ओर से विधानसभा चुनाव मैदान में भाजपा से टकराने से पहले आपसी संघर्ष की स्थिति है। और यहां से जो जीतेगा वह बुलंद हौसले के साथ चुनावी मैदान में अपनी हुंकार के साथ दहाड़ लगाएगा। जिससे संभावना व्यक्त की जा रही है कि, विधानसभा का चुनाव बहुत ही कड़क और मुकाबलेदार होगा। जिसकी गरज चमक और धूम-धड़ाम से कमजोर दिल वाले तो आसपास में टिक भी नहीं पाएंगे।
जिले के चारों विधानसभा क्षेत्र की टिकट इस बार भाजपा एवं कांग्रेस दोनों के लिए बहुत ही कशमकश और रास्ताकसी के रूप में रही। जिससे भाजपा की रेस तो खत्म हो गई और नए चेहरों की एंट्री ने लोगों को चौंका दिया है। अब देखना यह है कि, कांग्रेस की टिकट का असली बाजीगर कौन होगा?
दिल्ली और राजधानी में बैठे हैं पालथी मारकर ?
एक और जहां दिल्ली की सरकार खुद छत्तीसगढ़ में घुसने का रास्ता ढूंढ रही है। वहीं जिले के दावेदार दिल्ली और राजधानी रायपुर में अपना डेरा जमाए हुए है। कहने को तो दिल्ली दिल वालों की होती है, पर फिलहाल कांग्रेस में टिकट के दावेदारों की यह पहली पसंद दिल्ली की उड़ान ही बनी हुई है। जिस वजह से कुछ लोग वहां जमकर बैठ गए हैं। तो कुछ लोग राजधानी रायपुर में ही अपनी सुबह और शाम बिता रहे हैं। देखना यह है कि, आखिर किसके किस्मत का सितारा बुलंद होगा?
चुनावी खबरों में, शहर का यह छोरा आगे और भी पिटता रहेगा ढिंढोरा…