महासमुंद में मिलावट को लेकर खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग सख्त, 14 खाद्य प्रतिष्ठानों से की गई 50 खाद्य नमूनों की जांच
परीक्षण के दौरान 50 खाद्य नमूनों में से 01 नमूना अवमानक 02 नमूना मिथ्या छाप पाया गया
महासमुंद कलेक्टर निलेशकुमार क्षीरसागर ने जिले के सभी एसडीएम, खाद्य एवं औषधि प्रसाधन के अधिकारियों को ऐसे प्रतिष्ठानों जहां मिलावटी मिठाईयों एवं अन्य खाद्य पदार्थ बनाए जाते है। उनकी जांच एवं उन पर सतत निगरानी रखने के निर्देश दिए गए है। दीपावली त्यौहार पर जिले के मिठाई दुकानों में मिलावटी मिठाईयां व अन्य खाद्य पदार्थ बिकने की संभावना अधिक हो जाती है। इस पर अंकुश लगाने तथा लोगों की सेहत को ध्यान में रखते हुए मिलावटी मिठाईयां बेचने वालों पर खाद्य एवं औषधि प्रशासन की टीम लगातार निगरानी बनाई हुई है।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी नीलम ठाकुर एवं चलित प्रयोगशाला की टीम द्वारा 13 अक्टूबर को खाद्य पदार्थों में मिलावट एवं रोकथाम के लिए राज्य चलित खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला वाहन के माध्यम से खाद्य नमूना संकलित किया गया। जिला मुख्यालय महासमुन्द के कुल 14 खाद्य प्रतिष्ठानों मेसर्स सूर्याेदय प्रोव्हिजन स्टोर्स, मेसर्स छप्पन भोग, मेसर्स मक्खन भोग, मेसर्स राजस्थानी जलेबी, मेसर्स मधुलिका रेस्टोरेंट, मेसर्स रसोई रेस्टोरेंट, मेसर्स वैभव प्रोव्हिजन स्टोर्स, मेसर्स न्यू भवानी मिष्ठान भंडार, मेसर्स सुखी मिष्ठान भंडार, मेसर्स अजय प्रोव्हिजन स्टोर्स, मेसर्स श्रुति स्वीट्स, मेसर्स सुन्दर चाप सेंटर, मेसर्स कृष्णा सुपर बाजार एवं मेसर्स भैरव बीकानेर स्वीट्स से कुल 50 खाद्य नमूनों जिसमें मुख्यतः मलाई पेड़ा, काजू कतली, जलेबी, कलाकंद, पेड़ा, सेव, सोनपापड़ी, रबड़ी, मिक्चर, शक्कर, दाल, बूंदी, ग्रेवी, पनीर व अन्य खाद्य सामाग्री का संकलन एवं परीक्षण किया गया। परीक्षण के दौरान 50 खाद्य नमूनों में से 01 नमूना अवमानक 02 नमूना मिथ्या छाप पाया गया तथा शेष 47 नमूना मानक पाया गया। अवमानक एवं मिथ्या छाप पदार्थों को मौके पर ही नष्ट कर संचालकों को सख्त हिदायत दी गई है। खाद्य सुरक्षा अधिकारी नीलम ठाकुर ने बताया कि यह कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।