महासमुंद नपाध्यक्ष राशि महिलांग ने जिले के 17 दिव्यांगों को किया ट्रायसिकल का वितरण
व्हील चेयर पाकर बच्चों के खिले चेहरे, खुशी देख माता पिता के हुई आंखें नम, समाज एवं कल्याण विभाग के योजनाओं का मिला लाभ
महासमुंद नगर पालिका परिषद में 17 दिव्यांगों को नगर पालिका अध्यक्ष राशि त्रिभुवन महिलांग एवं पार्षदों ने मोटराइज्ड ट्रायसिकल, व्हील चेयर और ट्रायसिकल वितरण किया गया। ट्रायसिकल और व्हील चेयर पाकर बच्चों के चहरे खिल उठे। समाज एवं कल्याण विभाग के अंतर्गत 17 दिव्यांगों को नगर पालिका परिसर में मंगलवार को नगर पालिका अध्यक्ष राशि त्रिभुवन महिलांग, सभापति व पार्षद बबलू हरपाल, हफीज़ कुर्रेशी, लता कैलाश चंद्राकर, गोलू मदनकार, एरिश अनवर, समाज एवं कल्याण विभाग के उप संचालक संगीता सिंह, उपकरण शाखा प्रभारी एपी द्विवेदी ने महासमुंद जिले के अलग अलग ग्रामीण इलाकों से पहुंचे दिव्यांग बच्चों, युवा और बुजुर्गो हितग्राहियों को मोटराइज्ड ट्रायसिकल, व्हील चेयर का वितरण किया। इस दौरान व्हील चेयर पाकर बच्चों के चहरे खिल उठे। वहीं बच्चों की खुशी देख कर माता पिता के आंखें भर आई। इस मौके पर रामाडबरी की रहनेवाली 12वीं की छात्रा करीना सोनटेक को छात्रवृत्ति और दिव्यांग पेंशन नहीं मिलने के जानकारी मिली। जिस पर नपाध्यक्ष श्रीमती महिलांग ने तत्काल उप संचालक संगीता सिंह से चर्चा की और छात्रवृत्ति और पेंशन योजना का लाभ दिलाने को कहा। उप संचालक ने बताया कि, छात्रवृत्ति के लिए कार्यवाही शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि, दिव्यांग पेंशन शासन के गाइडलाइन के आधार पर तय किया जाता है। पात्रता होगी तो जरूर पेंशन दिया जाएगा। रायतुम के 60 वर्षीय भागीरथी खड़िया को ट्रायसिकल, सरेकेल के 45 वर्षीय सुरेश ध्रुव को ट्रायसिकल, ग्राम तुरेंगा के 58 वर्षीय मोहन दीवान को मोटराइज्ड ट्रायसिकल वितरण किया गया। ऐसे ही सरेकेल के सात वर्षीय पोखराज पटेल, बरेकेल 10 वर्षीय संदीप कुमार भास्कर, कोलपदर से 17 वर्षीय गुलशन कुमार, सिंघोरी के 15 वर्षीय टोनिस साहू, ग्राम अमोरी के 36 वर्षीय राधा, ग्राम रायतुम के 9 वर्षीय गीतू पटेल, जोबाकला के युवराज दीवान, ढांक के 20 वर्षीय लीलाधर नायक, रायतुम के 25 वर्षीय भारत कुमार खड़िया, अमोरा के 12 वर्षीय तारिणी साहू, सरेकेल के 45 वर्षीय चितरेखा दीवान, फरफौद की 45 वर्षीय दुलारी बाई यादव, तथा रायतुम के 10 वर्षीय कमलेश प्रधान को नपाध्यक्ष श्रीमती महिलांग ने उपकरणों का वितरण किया।