NHM कर्मचारियों का प्रदर्शन, खरोरा तालाब में कर्मचारियों ने किया जल सत्याग्रह, मांगों को लेकर की आवाज बुलंद, सरकार को दी आत्मदाह की चेतावनी

महासमुंद। छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य सेवाओं पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। क्योंकि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के 16 हजार से अधिक कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। ये कर्मचारी अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर बीते 19 दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं, जिनमें नियमितीकरण, संविलियन, पब्लिक हेल्थ कैडर की स्थापना, ग्रेड पे निर्धारण और 10 लाख तक कैशलेस स्वास्थ्य बीमा शामिल हैं। इसी कड़ी में आज हड़ताली NHM कर्मचारियों ने महासमुंद के खरोरा तालाब में जल सत्याग्रह किया। तालाब के भीतर कर्मचारियों ने उतरकर अपनी मांगों को बुलंद करते हुए, जमकर नारेबाजी की। गौरतलब है कि, हड़ताल के कारण स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। अस्पतालों में मरीजों को इलाज के लिए भटकना पड़ रहा है, और आपातकालीन सेवाएं भी ठप हो गई हैं। सरकार ने 125 पदाधिकारियों को बर्खास्तगी का पत्र जारी किया है, जिसके बाद प्रदेश के 16 हजार और जिले के 550 एनएचएम कर्मचारियों ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया है। एनएचएम कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष रामगोपाल खूंटे ने कहा, “हम सरकार के सामने झुकने वाले नहीं हैं। हमारा आंदोलन जारी रहेगा। अगर सरकार हमारी मांगें नहीं मानी तो हम आत्मदाह और जेल भरो आंदोलन जैसे कड़ा विरोध करने को मजबूर होंगे।”