बिरकोनी में संचालित 9m फार्मा और ASG फर्नेश ऑयल फैक्ट्री में 6 विभागों के अधिकारियों ने मारा छापा, मानकों की अनदेखी पर किया गया नोटिस जारी
करणीकृपा और मनोरमा इंडस्ट्री के खिलाफ श्रम न्यायालय में मामला दर्ज
मनोहर सिंह राजपूत(एडिटर इन चीफ)
महासमुंद। महासमुंद के औद्योगिक क्षेत्र बिरकोनी में बुधवार को कलेक्टर द्वारा गठित फैक्ट्री जांच एवं सुरक्षा की टीम ने छापामार कार्रवाई की। बिरकोनी के एएसजी एंटरप्राइज फर्नेस ऑइल फैक्ट्री के साथ साथ 9m फार्मा कंपनी में आज औचक दबिश दी गई। 9m फार्मा में जांच के दौरान अधिकारी काफी हद तक संतुष्ट नजर आए, लेकिन एएसजी एंटरप्राइज टायर जलाकर फर्नेश ऑयल बनाती है। जहां अधिकारियों ने कई कमियां गिनाई। इसके पूर्व भी टीम ने करणीकृपा पॉवर प्लांट और मनोरमा इंडस्ट्री में भी छापा मारा गया था। इस छापामार कार्रवाई में उद्योग, फैक्ट्री सुरक्षा, पर्यावरण, श्रम, आरटीओ और खनिज विभाग की संयुक्त टीम मौजूद रही। फैक्ट्री में पर्यावरण और सुरक्षा के साथ श्रम विभाग के मानकों की जांच की गई। गौरतलब है कि पूर्व में मनोरमा इंडस्ट्री और करणीकृपा प्लांट में हादसा हुआ था, साथ ही लगातार बिरकोनी में संचालित उद्योगों के द्वारा पर्यावरण और सुरक्षा मानकों की अनदेखी की शिकायत मिल रही थी।
जिसके बाद कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने उद्योगों की जांच के लिए टीम का गठन किया था जिनके द्वारा अब औद्योगिक क्षेत्र में दबिश दी जा रही है। छ.ग.पर्यावरण मंडल के उप अभियंता एसके चौधरी ने फर्नेश ऑयल फैक्ट्री में की गई जांच की जानकारी देते हुए कहा कि, पर्यावरण की बात करते है तो पैरालिसिस प्लांट में सेंसर लगाए जाने थे जो नहीं लगा पाया गया, ईटीपी दूषित जल उपचार संयंत्र भी संचालित नहीं पाया गया, जिसपर नोटिस देने की बात कही। नोटिस के बाद भी मानक पूरा नहीं करने पर पर्यावरण क्षतिपूर्ति के साथ साथ उत्पादन बंद करने की कार्रवाई की जा सकती है।
इसके साथ ही फैक्ट्रियों पर की जा रही कार्रवाई को लेकर औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा के एडी मनीष कुंजाम ने जानकारी दी कि, करणी कृपा और मनोरमा इंडस्ट्री में हादसा हुआ था जिसपर श्रम न्यायालय में मामला दर्ज किया गया है। इसके साथ ही कलेक्टर द्वारा गठित टीम के साथ लगातार निरीक्षण किया जा रहा है और जो भी फाल्ट फैक्ट्री में पाया जा रहा उसके आधार पर मालिको पर कार्रवाई की जा रही है। वहीं जांच दल के जिला श्रम अधिकारी एवं नोडल अधिकारी देवेंद्र पात्रा ने पर्यावरण एवं सुरक्षा मानकों के साथ, श्रमिकों के जान से खिलवाड़ करने वालों पर लगातार कार्रवाई करने की बात कही। उन्होंने कहा कि, मामले को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर विनय कुमार ने 6 विभागों की एक संयुक्त दल का गठन किया है। जो समय-समय पर उद्योगों में औचक दबिश दे रही है। जिन उद्योगों में नियमों का पालन नहीं किया जा रहा उन पर कार्रवाई की जा रही है।