
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि राज्य के विकास से देश का विकास के मंन्त्र पर चलते हुए हम भारत को विकसित बनाने के अभियान में जुटे हैं। इसमें ब्रह्माकुमारीज़ जैसी संस्था की बहुत बड़ी भूमिका है। पीएम मोदी ब्रह्माकुमारीज़ के शांति शिखर के उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मैं पिछले कई दशकों से ब्रह्माकुमारीज़ से जुड़ा हुआ हूँ। मैं यहां अतिथि नहीं हूँ, मैं आपका हूँ।
छत्तीसगढ़ राज्य के रजत जयंती वर्ष पर रायपुर पहुंचे पीएम मोदी ने ब्रह्माकुमारीज़ के नवनिर्मित भव्य विराट भवन “शांति शिखर-अकेडमी फ़ॉर पीसफुल वर्ल्ड” का लोकार्पण भी किया। उन्होंने इस मौके पर कहा कि मैंने इस आध्यात्मिक आंदोलन को बटवृक्ष की तरह विस्तार लेते देखा है। आज़ादी के अमृत महोत्सव का अभियान हो, स्वच्छ भारत अभियान हो, या जल जन अभियान, सबसे जुड़ने का मौका हो, मैं जब भी आपके बीच आया हूँ, मैंने आपके प्रयासों को बहुत गम्भीरता से देखा है।
नवा रायपुर स्थित शांति शिखर पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मैंने अनुभव किया है, यहां शब्द कम सेवा ज्यादा है। इस संस्थान से मेरा अपनापन है। उन्होंने संस्था की पूर्व मुख्य प्रशासिका दादी जानकी और दादी ह्दयमोहिनी जी को याद करते हुए कहा कि जानकी दीदी का स्नेह और दादी ह्दयमोहिनी जी का मार्गदर्शन मेरे जीवन की विशेष स्मृतियों का हिस्सा है।
ब्रह्माकुमारीज़ के कार्यक्रम में पीएम ने कहा कि मैं शांति शिखर की संकल्पना में उनके विचारों को साकार होते हुए देख रहा हूँ। शांति शिखर-एकेडमी फ़ॉर पीसफुल वर्ल्ड आने वाले समय में ये स्थान विश्व शांति के प्रयासों का प्रमुख केंद्र होगा।



