महासमुंद जिला अस्पताल में भर्ती जिला जेल का विचाराधीन बंदी फरार, जेल अधीक्षक ने प्रहरी को किया निलंबित
महासमुंद जिला जेल में बीती रात अचानक तबीयत खराब होने पर उपचार के लिए जिला अस्पताल जेल प्रहरी के साथ भेजा गया था बंदी। जहां से देर रात बंदी यादराम ठाकुर अस्पताल से चकमा देकर फरार हो गया। इधर इस मामले में जेल अधीक्षक ने जेल प्रहरी को निलंबित कर दिया गया है, वहीं फरार आरोपित की तलाश जारी है।
महासमुंद जिला जेल में धारा पास्को एक्ट व दुष्कर्म के मामले का विचाराधीन बंदी मेडिकल कॉलेज से प्रहरी को चकमा देकर शुक्रवार की सुबह सुबह फरार हो गया। जेल अधीक्षक ने मामले में बंदी की सुरक्षा के लिए तैनात प्रहरी को निलंबित कर दिया है और कोतवाली पुलिस को सूचना दी है। जानकारी के अनुसार सरायपाली थाना क्षेत्र के ग्राम चारभांठा निवासी यादराम ठाकुर (25) दुष्कर्म, अपरहण, पास्को एक्ट के मामले के तहत 23 जनवरी 2020 से जेल में निरूद्ध था। 14 सितंबर को उन्हें सरायपाली पेशी पर भेजा गया था जहां पेशी के दौरान स्वास्थ्य खराब होने से सरायपाली अस्पताल में भर्ती कराया गया। बाद मुख्यालय स्थित मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। गुरुवार रात अचानक तबीयत खराब होने पर उपचार के लिए जिला अस्पताल जेल प्रहरी के साथ भेजा गया था। जहां से देर रात यादराम ठाकुर अस्पताल से फरार हो गया। इधर इस मामले में प्रहरी को निलंबित कर दिया गया है, वहीं फरार आरोपित की तलाश जारी है.
जेल अधीक्षक महासमुंद मुकेश कुशवाहा ने जानकारी देते हुए बताया कि, गुरुवार-शुक्रवार की दरमयानी रात बंदी यादराम, सुरक्षा में तैनात प्रहरी को चकमा देकर फरार हो गया है। अपने कर्तव्य के प्रति सजग नहीं होने पर जेल नियमावली के नियम एवं छग सिविल सेवा (आचरण) नियम- का उल्लघंन पाए जाने पर प्रहरी अमलदास तिर्की को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही संबंधित थाने को सूचित भी किया गया है और फरार बंदी की तलाश की जा रही है.