नवरात्रि के शुभ अवसर पर क्या खुलेगा कांग्रेस का पिटारा, महासमुंद से विनोद चंद्राकर और खल्लारी से द्वारिकाधीश को मिल सकती है टिकट? बसना और सरायपाली पर अब तक सस्पेंस बरकरार?
शहर का छोरा पीटे ढिंढोरा…फिल्म बाहुबली पार्ट-1 के क्लाइमेक्स की तरह सस्पेंस से भरा है कांग्रेस का यह टीकट वितरण...
मनोहर सिंह राजपूत(एडिटर इन चीफ ढिंढोरा24)
महासमुंद। जिले के चारों विधानसभा में कांग्रेस के प्रत्याशियों का टिकट वितरण का सस्पेंशन अब तक बरकरार है। सूत्रों की माने तो विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का यह टिकट वितरण, फिल्म बाहुबली के पार्ट-1 के सस्पेंस से कम नहीं है। फिल्म बाहुबली पार्ट-1 के बाद जिस तरह से हर किसी के जुबान पर एक ही सवाल होता था, कि आखिर कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा? ठीक उसी तरह से इस बार के विधानसभा चुनाव में गांव, गली, मोहल्ले, शहर, नुक्कड़, चौक, चौराहे और ठेले से लेकर हर जगह पर, हर किसी के जुबान में, बस एक ही सस्पेंस भरा सवाल सुनने को मिल रहा है, कि आखिर कांग्रेस का प्रत्याशी कौन होगा? और टिकट की घोषणा कब तक होगी? नवरात्रि के शुभ अवसर पर कांग्रेस के प्रत्याशियों का यह सस्पेंस खत्म हो जाएगा? या फिर कुछ दिनों के इंतजार की दस्तक और बनी रहेगी? यह सवाल प्राय: हर किसी के दिल, जुबान और जहन पर बना हुआ है कि, आखिर टिकट का हकदार कौन होगा? भाजपा के प्रत्याशियों के घोषणा के बाद से ही सारी की सारी निगाहें अब कांग्रेस के तरफ टिकी हुई है। कि आखिर भाजपा के इन प्रत्याशियों के मुकाबले में कांग्रेस के तरफ से किसके नाम पर अंतिम मुहर लगेगी?
राजनीति से जुड़े जानकर और सूत्रों की मानें तो महासमुंद विधानसभा से मौजूद विधायक विनोद चंद्राकर का नाम पर मुहर लग सकती है? और उन्हें विधानसभा चुनाव में एक बार फिर टिकट मिल सकता है? लेकिन अब तक कि जानकारी के अनुसार जिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष डॉ रश्मि चंद्राकर, जीव जंतु कल्याण बोर्ड उपाध्यक्ष आलोक चंद्राकर, नगर पालिका महासमुंद की अध्यक्ष राशि त्रिभुवन महिलांग और जिला पंचायत सदस्य लक्ष्मण पटेल भी इस रेस में शामिल है? वहीं खल्लारी विधानसभा से मौजूदा विधायक द्वारिकाधीश यादव का नाम लगभग फाइनल माना जा रहा है?, क्योंकि इनका नाम पैनल में सिंगल नाम बताया जा रहा है? हालांकि खल्लारी विधानसभा से दावेदारी करने वाले अन्य दावेदार भी, अभी भी दिल्ली में डेरा जमाए हुए है। इसी तरह से बसना विधानसभा क्षेत्र से मौजूदा विधायक देवेंद्र बहादुर सिंह के अलावा वर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष उषा पटेल भी प्रबल दावेदारी में है। बसना विधानसभा से पैनल में इन दो नाम पर ही सहमति बन सकती है? वहीं सबसे सस्पेंस भरा सवाल अभी सरायपाली विधानसभा के लिए बना हुआ है। यहां के मौजूदा विधायक किस्मतलाल नंद का टिकट कटना लगभग तय माना जा रहा है?, लेकिन उनके स्थान पर आखिर कांग्रेस का प्रतिनिधित्व कौन करेगा यह सवाल भी सस्पेंस से भरा हुआ है?
बहरहाल अब देखना यह है कि, किसका दावा मजबूत साबित होता है और बुलंद तकदीर के साथ कांग्रेस के टिकट का मुकद्दर का सिकंदर कौन होगा?
चुनावी खबरों में शहर का यह छोरा, आगे भी पिटता रहेगा ढिंढोरा…तब तक के लिए नमस्कार….